नारियल के अंदर कहां से आता है पानी? पिया खूब होगा, पर शायद ही कभी सोचा हो इसका जवाब ...

 


नारियल पानी में विटामिन बी2 (राइबोफ्लेविन), बी3 (नियासिन), बी1 (थियामिन), पैंटोथेनिक एसिड, फोलिक एसिड, बायोटिन, पोटेशियम और सोडियम होता है. इसमें कार्बोहाइड्रेट और अमीनो एसिड की भी मात्रा पाई जाती है.

क्या आपने कभी ये सोचा है कि जो नारियल पानी हम पीते हैं, वो नारियल के अंदर कैसे जाता है? ज्यादातर लोगों को इसके बारे में पता नहीं होगा, चलिए हम इस रिपोर्ट में उस सवाल का जवाब ढूंढने की कोशिश करते हैं.

नारियल दुनिया का एकमात्र ऐसा फल है, जिसके अंदर पानी होता है. आपको शायद ही पता हो लेकिन नारियल के अंदर का यह पानी, जिसे हम पीते हैं, नारियल का भ्रूणपोष भाग है. यही हिस्सा बाद में सूखा नारियल बनता है.

एंडोस्पर्म या भ्रूणकोष विकासशील भ्रूण को पोषक तत्व प्रदान करता है. पेड़ अपनी कोशिकाओं के माध्यम से जड़ों का पानी खींचकर फल तक पहुंचाता है. इसी पानी में जब एंडोस्पर्म घुल जाता है, तो ये गाढ़ा हो जाता है. पौधों की जड़ों द्वारा अवशोषित पानी को कोशिकाओं के माध्यम से बीज के इस पानी वाले हिस्से को बनाने के लिए ले जाया जाता है

जब नारियल पक जाता है तब ये पानी सूखने लगता है. पहले ये सफेद गूदे के रूप में बनता है और बाद में फल के पकने पर सूखे नारियल के रूप में. ये दोनों ही तरह से खाने के योग्य होता है.

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