दूध को अपने आप में संपूर्ण आहार माना जाता है। दूध में कैल्शियम पर्याप्त मात्रा में होता ही है, साथ में विटामिन डी की भी मात्रा होती है, जो हड्डियों को मजबूती देती है।
दूध को सफेदी कैसीन नामक प्रोटीन से मिलती है। यह प्रोटीन कैल्शियम के साथ दूध को सफेद रंग देने का काम भी करता है। दूध में मौजूद वसा भी सफेद रंग का होता है। यही कारण है कि दूध में जितनी ज्यादा मात्रा में वसा या चिकनाई होती है, वह उतना ही ज्यादा सफेद होता है जबकि कम वसा या क्रीम वाला दूध हल्का मटमैला दिखाई देता है।
वसा की अधिकता के कारण ही भैंस का दूध गाय के दूध से अधिक सफेद होता है। इसके अतिरिक्त एक कारण और भी है जो दूध को सफेद दिखाता है। कारण कुछ चीजें प्रकाश का पूरी तरह से अवशोषण नहीं कर पाती हैं। वे प्रकाश को जैसे का तैसा लौटा देती हैं। ऐसा ही कैसीन के अणु भी करते हैं। वे पूरा प्रकाश लौटा देते हैं। देखने में दूध का रंग सफेद लगता है।
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